हरदा। जिले में वर्षा का दौर दूसरे दिन भी जारी रहा है। जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए। कई गांवों से संपर्क टूट गया। इससे आवागमन प्रभावित रहा। वहीं नर्मदा का जल स्तर भी बढ़ रहा है। इससे नर्मदा किनारे के गांवों में जलभराव होने लगा है। सिवनीमालवा-टिमरनी के बीज गंजाल नदी के पुलिस पर बाढ़ का पानी आने से नर्मदापुरम-खंडवा स्टेट हाईवे शुक्रवार की रात करीब 10 बजे से बंद है। इससे टूध, सब्जी और जरूरी सामग्री के वाहन रुक गए हैं।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
हरदा के पास अजनाल नदी का पानी पुल पर हाेने खिरकिया, सिराली की ओर जाने वाले वाहनों का आवागमन बंद रहा है। प्रशासन ने गांव में अलर्ट जारी किया है। साथ ही गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। इससे अजनाल, नर्मदा, मटकूल, अजनाल, गंजाल, मटकुल, स्यानी, टिमरनी एवं हंसावती नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र और पहली से 12 कक्षा तक के स्कूल में शनिवार अवकाश रहा। इसके लिए कलेक्टर ऋषि गर्ग ने शुक्रवार को आदेश जारी किया था।
24 घंटे में हुई 205 मिलीमीटर से अधिक वर्षा
जिले में 24 घंटे में 205 मिलीमीटर वर्षा हुई है। वहीं हरदा तहसील में 168.5 मिलीमीटर, टिमरनी में 162.4, खिरकिया में 204 मिलीमीटर, रहटगांव में 286 मिलीमीटर वर्षा हुई। लगातार वर्षा और तवा डेम के तेरह गेट खोले जाने के बाद नर्मदा नदी का जल स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है।
269 मीटर पहुंचा नर्मदा का जलस्तर
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह आठ बजे नर्मदा का जलस्तर 269.1 मीटर पर आ गया है। हंडिया में खतरे का निशान 272 मीटर खतरे का निशान है, अभी तक 269.880 मीटर पहुंच गया है। प्रशासन ने नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी के चलते सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश जारी कर अलर्ट जारी किया है।
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