यह विवाद पिछले कुछ महीनों से जारी है। कुछ दिन पहले रेलवे चिकित्सक डा. यादव ने एक हानिकारक दवा को लेकर अस्पताल प्रबंधन को सतर्क किया और उसकी खरीदी न करने के लिए कहा। लेकिन चिकित्सक की यह कार्यशैली अस्पताल के अधिकारियों को गंवारा नहीं था। वह दबाव बनाने लगे। इस पर चिकित्सक ने विरोध किया। एमडी के साथ विवाद भी हुआ।
यही वजह है कि जिस आइडी से वह इलाज करते हैं, उन्हें ब्लाक कर दिया गया। इसके कारण वह इलाज नहीं कर पा रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन की इस व्यवहार से वह बेहद नाराज हुए और सोमवार को पीसीएमडी के पास पहुंचे। उनके चेंबर में पहुंचने के बाद डा. यादव ने केवल यही सवाल किया कि उनकी आइडी ब्लाक करने की वजह क्या है। उन्हें जवाब देने या सही कारण बताने की जगह पीसीएमडी खुद उनका वीडियो बनाने लगे।
उनको ऐसा करता देख डा. यादव भी वीडिया बनाने लगे। इस बीच दोनों के बीच खूब बहस भी हुई, जो वीडियो में कैद भी हो गया है। रेलवे के स्वास्थ्य विभाग इतना सब कुछ हो रहा है, उसके बाद भी जिम्मेदार अफसर इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और न इस मुद्दे को कुछ बोलने को तैयार है।
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