ग्वालियर। स्टेट जीएसटी के एंटी इवेजन ब्यूरो ने ग्वालियर की जिन पांच फर्मों पर छापेमार कार्रवाई की थी, वे यूपी की रजिस्ट्रेशन निरस्त हो चुकी फर्म से कारोबार बता रहीं थीं। जांच में यह पता चला उन फर्मों का पुरानी तिथि में रजिस्ट्रेशन निरस्त हो गया था। अब एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम इन फर्म से आइटीसी की राशि वापस जमा कराएगी। इन पांच फर्मों ने कुल सवा करोड़ की राशि की छूट ली थी।
यहां बता दें, स्टेट जीएसटी की एंटी इवेजन टीम ने आइकोनिक बायोफ्यूल मुरैना, हरिदास पेट्रोलियम ग्वालियर, एमकेआर मेटल्स एलएलपी ट्रांसपोर्ट नगर, धर्मेंद्र इंटरप्राइजेज और श्रीराम ट्रेडर्स गदाइपुरा के यहां छापेमारी की थी। आइकोनिक और हरिदास वाली फर्म के यहां कोई कारोबार नहीं पाया गया था। इसके बाद शेष तीन फर्म के यहां स्टाक में अंतर पाया गया। इसके आधार पर जांच के बाद यह अंतर आने पर नौ लाख रुपये जमा कराए गए थे। इसके बाद जब आगे की जांच की गई तो सामने आया इन सभी पांच फर्मों का कारोबार यूपी की फर्मों से है। यहीं निरस्त फर्म से इनपुट टैक्स क्रेडिट के नाम पर दिखावे का कारोबार मिला। धर्मेंद्र इंटरप्राइजेज ने 32 लाख, श्रीराम ट्रेडर्स ने 22 लाख, एमकेआर मेटल्स ने 11 लाख, मुरैना की फर्म ने 45 लाख और हरिदास की फर्म ने लगभग 15 लाख रुपये का आइटीसी लिया, जो अब वापस जमा कराया जा रहा है।
पान मसाला पर की थी कार्रवाई, पूरी नहीं
कुछ दिनों पहले स्टेट जीएसटी की टीम ने पान मसाला से भरे ट्रकों पर कार्रवाई की थी, जिसमें बड़ी तादाद में माल मिलना पता चला। इस कार्रवाई को लेकर स्टेट जीएसटी की टीम की ओर से अभी तक कार्रवाई पूरी नहीं हुई है। तीन से चार ट्रक पकड़ना पता चला था।
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