इंदौर। नशे की लत हंसते-खेलते परिवार को किस तरह बर्बाद कर देती है, यह हाल ही में शहर में हुई घटनाओं में देखा जा सकता है। नशे की लत में अपराध करने वाले आरोपित तो जेल चले गए, लेकिन परिवार इसकी सजा भुगत रहा है। किसी का पाई-पाई जोड़कर बनाया आशियाना बेटे की करतूत की वजह से जमींदोज हो गया तो किसी की आर्थिक हालत इतनी खराब हो गई कि दाने-दाने के लिए परिवार मोहताज है। सामाजिक प्रतिष्ठा व सम्मान तो खत्म हो ही जाता है। ऐसे ही कुछ परिवारों की पड़ताल नईदुनिया ने की।
कनाड़िया पुल के नीचे कार ओवरटेक करने के विवाद में नशे की हालत में आरोपित सद्दाम सहित अन्य लोगों ने महू निवासी दीपक सोंधिया की हत्या कर दी थी। आरोपित जेल भेज दिए गए। सद्दाम के 69 वर्षीय पिता सईद खान ने बताया कि एंबुलेंस, आटो चला कर 45 साल की मेहनत के बाद घर बनाया था, लेकिन बेटे की नशे की लत से वह भी नहीं रहा। किराए के घर पर रहने को मजबूर हैं। सद्दाम 12 वर्ष से अलग रह रहा है। उसके तीन बच्चे मां के साथ मामा के यहां चले गए। कृष्णबाग कालानी निवासी गार्ड राजपालसिंह राजावत ने श्वान विवाद में गोली मारकर विमल व राहुल की हत्या कर दी। मृतक व आरोपित के परिवार उजड़ गए। आरोपित का परिवार घर खाली कर गांव चला गया है।
ये परिवार भी प्रभावित
खजराना थाना क्षेत्र में भाजपा नेत्री सुनीता कपर हमला करने वाले आरोपित भीम यादव का रामकृष्ण बाग कालोनी स्थित मकान को तोड़ा गया था। हीरानगर थाना क्षेत्र स्थित न्यू भाग्यश्री कालोनी में युवक की हत्या के आरोपित प्रथम उज्जैनी कर मकान तोड़ा गया था। एमआइजी थाना क्षेत्र में इवेंट संचालक की हत्या के आरोपित सलमान लाला के खजराना में पांच मकान तोड़े गए। परिवार बेघर हो गए, लेकिन प्रशासन की सख्ती के बाद भी इन पर असर नहीं हो रहा है।
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