कैबिनेट विस्तार का चुनाव में कितना असर? 6 दावेदारों में 4 बनेंगे मंत्री, रेस में सिंधिया समर्थक नेता
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीन महीने से भी कम का समय बचा है। शिवराज सिंह चौहान अपनी कैबिनेट का विस्तार करने वाले हैं। कैबिनेट में सिंधिया समर्थक नेता इमरती देव को भी जगह मिल सकती है। फिलहाल दो नाम तय कर लिए गए हैं। दो नामों पर मंथन हो रहा है।
मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की घड़ियां करीब आ गई हैं। सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार शाम को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें 4 नए मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्रियों के नाम को हरी झंडी दे दी है। बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन और रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला का मंत्री बनना तय है। इसके साथ ही दो अन्य चेहरे भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें नरसिंहपुर से विधायक जालम सिंह पटेल, दमोह से उपचुनाव 2020 में हारे राहुल लोधी, इमरती देवी और लाल सिंह आर्य का नाम चर्चा में चल रहा है। आपको बता दें कि 35 मंत्रियों वाली मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंत्रिपरिषद में अभी चार पद खाली हैं।
राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह कई बार एमपी का दौरा कर चुके हैं। अमित शाह के दौरे पर ही सीनियर नेताओं की नाराजगी का मुद्दा उठाया गया था। जिसके बाद कैबिनेट विस्तार को हरी झंडी दी गई थी।
राजेंद्र शुक्ल
रीवा विधानसभा क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ला बड़ा है। वे यहीं से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। तब से लगातार अपराजेय विधायक हैं। साल 2018 में वे रीवा सीट से चौथी बार विधायक चुनकर विधानसभा आए हैं। राजेंद्र शुक्ल 2003 में पहली बार हैं। 2013 में उन्हें मंत्री बनाया गया था। 2018 में जब भाजपा ने सत्ता गंवा दी थी, तब भी भाजपा को विंध्य क्षेत्र में बड़ी सफलता मिली थी। रीवा जिले की सभी आठों विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवार चुनाव जीते थे। पहले भी मंत्री रह चुके शुक्ला अब फिर मंत्री बनाए जा रहे हैं।
क्यों बनाए जा रहे मंत्री
विंध्य क्षेत्र में भाजपा ने साल 2018 के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था। अब 2023 में पार्टी उसे दोहराना चाहती है। विंध्य क्षेत्र में सवर्ण वोटर्स को साधने के लिए बीजेपी ने राजेन्द्र शुक्ल को मंत्री बनाने का फैसला किया है।