लापरवाही का हवाला देकर बीजेपी से कांग्रेस में लौटे ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार
नीमच के जावद क्षेत्र के अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता समंदर पटेल (52) उस समय भाजपा में शामिल हो गए जब सिंधिया और उनके प्रति वफादार विधायकों ने मार्च 2020 में कांग्रेस के खिलाफ बगावत कर दी, जिससे कमल नाथ सरकार गिर गई।
नीमच के जावद क्षेत्र के अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता समंदर पटेल (52) उस समय भाजपा में शामिल हो गए जब सिंधिया और उनके प्रति वफादार विधायकों ने मार्च 2020 में कांग्रेस के खिलाफ बगावत कर दी, जिससे कमल नाथ सरकार गिर गई।
भाजपा ने न तो मुझे और न ही मेरे समर्थकों को स्वीकार किया और न ही सम्मान दिया। कार्यसमिति का सदस्य होने के बावजूद मुझे कभी भी पार्टी समारोहों में आमंत्रित नहीं किया गया। वास्तव में मेरे समर्थकों को झूठे मामलों में फंसाया गया।”
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहाँ पटेल अपने काफिले के साथ आये और राज्य इकाई प्रमुख कमलानाथ कि मौजूदगी मे कोंग्रेस पार्टी मे शामिल होगए मिली जानकारी के अनुसार पटेल लगभग 800वाहनों के साथ आये थे।
पटेल ने कहा, ”मैं कांग्रेस में लौटने वाला सिंधिया खेमे का पांचवां व्यक्ति हूं क्योंकि मुझे भाजपा में अपमानित महसूस हुआ, जिनके नेता मेरे क्षेत्र में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं,” पटेल ने दावा किया कि वह माधवराव सिंधिया और उनके बेटे के कट्टर समर्थक थे। 1993 से ज्योतिरादित्य।
उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में जावद से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और 35,000 वोट हासिल किए थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले उन्हें फिर से शामिल किए जाने से पहले कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।
उन्होंने दावा किया कि जब वह दोबारा कांग्रेस में शामिल हुए तब 7000 लोग उनके साथ थे।
बता दे कि भाजपा से कांग्रेस मे वापसी करने वाले सिंधिया के वफादारों में समंदर पटेल हि नहीं शिवपुरी जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव भी शामिल हैं।
एमपी में कुछ हि महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं।