स्कूटी वितरण योजना… कम राशि मिलने के बाद भी 62 प्रतिशत मेधावी विद्यार्थियों की पसंद पेट्रोल चलित स्कूटी
भोपाल जिले के 132 विद्यार्थी शामिल
इस योजना में जिले के शासकीय विद्यालयों के 132 मेधावी विद्यार्थियों को स्कूटी की राशि प्रदान की जाएगी। विद्यार्थियों ने बताया कि प्रतिदिन पेट्रोल का खर्च ही 100 से 200 रुपये आता है, इसलिए हमने ई-स्कूटी का विकल्प चुना।
ग्रामीण क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन नहीं
– मैंने इलेक्ट्रिक स्कूटर पसंद किया है। पापा टेलर हैं और अन्य भाई-बहन को पढ़ाने की जिम्मेदारी भी उनके ऊपर है। ऐसे में कालेज जाने-आने के लिए अगर पेट्रोल वाला स्कूटर लेंगे तो हर रोज 100 से 200 रुपये खर्च होते। इस कारण इलेक्ट्रिक स्कूटर को चुना है।
– अनुज साहू, छात्र
ई-स्कूटर अच्छा विकल्प है। इससे आने-जाने में पेट्रोल की खपत कम होगी और हर रोज पेट्रोल का खर्च नहीं देना होगा।
– अनुराधा जायसवाल, छात्रा
मैंने कालेज जाने-आने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर पसंद किया है, ताकि पेट्रोल पर पैसे खर्च न हो पाएं। इससे रोज 100 से 200 रुपये की बचत होगी।
– प्रिया बुंदेला, छात्रा
एक निजी कालेज में बीबीए पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है। रोज कालेज आने-जाने के लिए ई-स्कूटर सबसे अच्छा है।
-श्रद्धा सतनाकर, छात्रा
प्रदेश के सभी स्कूलों के एक टापर छात्र और एक छात्रा को स्कूटी दी जा रही है। इसमें 7,790 विद्यार्थियों को स्कूटी की राशि दी जा रही है। इसमें करीब 4,800 विद्यार्थियों ने पेट्रोल वाली स्कूटी पसंद की है।
-डीएस कुशवाहा, अपर संचालक, डीपीआइ
इन जिलों में पेट्रोल स्कूटी अधिक पसंद
जिला – कुल स्कूटी – पेट्रोल स्कूटी
छिंदवाड़ा -385 -247
धार -215 -185
बालाघाट -257 -172
रीवा -246 -146
मंडला -166 -131
खरगोन -178 -141
खंडवा -177 -132
उज्जैन -185 -134
सतना -285 -160
इन जिलों में ई-स्कूटी अधिक पसंद
जिला कुल स्कूटी -ई-स्कूटी
सागर -256 -134
दमोह -161 -106
इंदौर -161 -106
मंदसौर -145 -99
विदिशा -158 -85
होशंगाबाद -139 -73
अनूपपुर -146 -86
भिंड -138 -78
ग्वालियर -104 -63
कटनी -163 -84
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