ग्वालियर। मौसम में आए बदलाव के कारण बारिश थमी हुई है। वातावरण में ठंड के बाद आई गर्मी ने सर्दी, जुकाम, बुखार और आंखों में सूजन देखी जा रही है, जिससे आंखों में जलन हो रही है। डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। शुक्रवार को जीआरएमसी और जिला अस्पताल से जारी हुई रिपोर्ट में 2 डेंगू मरीज मिले। डेंगू के 2 मरीज मिलने से जिले में कुल संख्या अबतक की 42 हो चुकी है। दोनों मरीज बाहर के हैं, इनकी संख्या मिला दी जाए, तो यह 44 हो जाती है।
दो संक्रमित मिले
नाका चन्द्र बदनी की रहने वाली 18 वर्षीय युवती जीआरएमसी की जांच में डेंगू पाजिटिव बताई गई। जिला अस्पताल में 23 वर्षीय महिला संक्रमित पाई गई। मलेरिया अधिकारी का कहना है कि नाका चन्द्रबदनी पर रहने वाली युवती दिल्ली के नोयडा से हाल ही में रिश्तेदारी में आई थी,जो यहां पर बीमार पड़ी तो जांच में संक्रमित पाई गई जबकि 23 वर्षीय महिला लहार की रहने वाली है जिसने यहां पर जिला अस्पताल में जांच कराई।
सर्दी, खांसी व जुकाम से पीड़ित मरीज
जेएएच के मेडिसिन विभाग के एमडी मेडिसिन डॉ शुभम उपाध्याय ने कहा कि अस्पताल में उल्टी, दस्त, पेट दर्द और सांस उखड़ने की बीमारी लेकर आ रहे मरीज भर्ती अधिक हो रहे हैं। खाने पीने में गंदगी शरीर के अंदर पहुंच जाती है, तब पेट दर्द और उल्टी दस्त की शिकायत होती है। उमस भरी गर्मी में सांस उखड़ने की शिकायत भी बढ़ी है। इस बार सर्दी, गर्मी और बारिश तीनों ही मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी ने लोगों को परेशान किया है। यह बीमारी पूरी तरह से इस बार समाप्त ही नहीं हुई।
गले में खराश और खांसी बनी परेशानी
जेएएच के ईएनटी विभाग के डा सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि इस वक्त सर्दी, जुका, खांसी, गले में खरास, कान में दर्द, आदि की शिकायत लेकर अधिक मरीज आ रहे हैं। सर्दी, जुकाम से कान में से मवाद आने की शिकायत लेकर मरीज आ रहे हैं। मौसम में नमी के चलते कान में फंगल इन्फेक्शन, एलर्जी के शिकायत बढ़ी है। एलर्जी में तालू, नाक और आंख में खुजली और गले में खराश के साथ छींक व नाक से पानी आने लगता है। इन परेशानियों के मरीज अधिक बढ़े हैं।
बच्चे मौसमी बीमारियों से परेशान
छोटे बच्चे भी मौसमी बीमारियों नहीं बच पा रहे हैं। बाल एवं शिशुरोग विशेषज्ञ डा विनीत चतुर्वेदी ने कहा कि इस मौसम में बच्चों को सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के अलावा उल्टी, दस्त और आंखों में सूजन से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। मौसम में आए बदलाव से बच्चों को परेशानियां हाे रही है। देखा जा रहा है कि बच्चे इससे चिड़चिड़े हो रहे और इससे वह खाना पीना कम कर रहे हैं। उन्हें और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह रखें सावधानी
- बारिश का पानी घर के भीतर और बाहर जमा न होने दें।
- बच्चे और बड़े पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें।
- खुले में न घूमे,धूप में न निकलें।
- घर में मच्छरों की रोकथाम के उपाय करें।
- गर्मी में पानी का सेवन अधिक करें।
- शरीर में पानी की कमी न आनें।
- ओआरएस का घोल जरूर पिएं।
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