भोपाल।मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के अंतर्गत 60 हजार पदों के लिए आठ लाख आवेदन आए हैं। इनमें सबसे अधिक आवेदन सागर, रीवा, सतना जिलों से आए हैं। अब कंपनियां योग्यता के आधार पर आवेदकों का चयन करेंगी और उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाएंगी। इसमें जो आवेदक चुने जाएंगे, उन्हें कंपनियां काम के लिए बुलाएंगी। योजना के लिए सरकार ने चार जुलाई से आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ की थी। आवेदकों के चयन में ही सबसे अधिक झमेले भी हैं। जानकार बताते हैं कि आवेदन ऐसे युवाओं ने भी कर दिए हैं, जो योग्यता ही नहीं रखते हैं। जबकि कंपनियां उतने (60 हजार) ही युवाओं को प्रशिक्षण देंगी, जितने के लिए विज्ञापन जारी किए गए हैं। ऐसे में कंपनियां साक्षात्कार की शर्त रख सकती हैं। इसमें जो युवा सफल होंगे, उन्हें एक वर्ष के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। 60 हजार पद एक साल के लिए हैं। यानी योजना में और पद अगले वित्त वर्ष में ही मिल पाएंगे। योजना में सबसे अधिक 44,035 आवेदन सागर और 36,906 आवेदन सतना जिले से प्राप्त हुए हैं। 13 हजार कंपनियों ने कराया पंजीयन युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए 13 हजार सात सौ से अधिक कंपनियों ने सीखो-कमाओ पोर्टल पर पंजीयन कराकर प्रशिक्षण देने की सहमति दी है। सरकार भी निजी कंपनियों और संस्थाओं से प्रशिक्षण देने के लिए सहमति मांग रही है। सरकार का मानना है कि योजना से अधिक कंपनियां जुड़ेंगी, तो युवाओं को लाभ होगा। इसके लिए प्लेसमेंट अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे, जो प्रदेश और अन्य प्रदेश की निजी कंपनियों से संपर्क कर युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए अनुबंध करेंगे। इन जिलों में सर्वाधिक आवेदनसागर जिले से 44035, सतना जिले से 36906, रीवा जिले से 36593, जबलपुर जिले से 34520, दमोह जिले से 29793 आवेदन प्राप्त हुए हैं। ऐसे ही बुरहानुपर, आलीराजपुर, श्योपुर, निवाड़ी और हरदा ऐसे जिले हैं, जहां कम आवेदन आए हैं।
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