बालाघाट। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा महासचिव रामदास ठवकर ने बुद्धिस्ट स्थलों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मथुरा, काशी, साकेत बौद्ध स्थल दिल्ली के पुराने किले में बुद्ध अवशेष मिले हैं, जो साबित करते हैं कि यह बुद्धिस्ट स्थल हैं और इसे बुद्धिस्टों को वापस किया जाना चाहिए।
ब्राम्हणों का डीएनए विदेशी है…
उन्होंने कहा कि ब्राम्हणों का डीएनए विदेशी है, जिन्होंने बुद्धिस्ट स्थलों पर कब्जा किया है। दी बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे चरणबद्व आंदोलन के तहत शहर के आंबेडकर चौक पर आयोजित धरना प्रदर्शन में उन्होंने यह बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ज्ञानव्यापी मामला देश में सबसे चर्चित है।
सम्राट अशोक ने देश में बनाए थे 84 हजार बौद्ध स्थल
उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक द्वारा देश में बनाए गए 84 हजार बौद्ध स्थल को वापस किया जाए। यह मूलनिवासी, ओबीसी और बुद्धिस्ट की विरासत है। उन्होंने बताया कि चरणबद्व आंदोलन के तहत आगामी 22 अगस्त को इन्हीं मुद्दों पर रैली एवं प्रदर्शन किया जाएगा। 9 सितंबर को भारत बंद का आह्रवान है।
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