भोपाल। सावन माह के छठवें सोमवार पर सभी शिवालयों में श्रद्धा, भक्ति का संगम दिखेगा। छोला विश्राम घाट पर विराजे बाबा श्री मुक्तेश्वर महाकाल का 11 क्विंटल दूध से महारूद्राभिषेक किया जाएगा। शिवालयों में हर हर महादेव के जयकारे गूंजेंगे, भगवान भोलेनाथ का अभिषेक, रूद्राभिषेक होगा और बेल पर्त्र धतुरा सहित अन्य पूजन सामग्री अर्पित कर श्रद्धालु पूजा अर्चना करेंगे। सोमवारा कायस्थपुरा श्री बड़वाले महादेव मंदिर में छठवेंं सोमवार पर चार प्रहर अभिषेक गोधूलि वेला से प्रारंभ होगा। बाबा श्री बटेश्वर और माता गोरा की रजत मूर्ति को दूल्हा दुल्हन स्वरूप में शाही पोशक पहनाई जाएगी। पांच क्विंटल फूलों से श्रृंगार किया जाएगा। अधिकमास की महाशिवरात्रि होने से बाबा बटेश्वर और माता गोरा का गठबंधन भी मध्यरात्रि में होगा। श्रृंगार दर्शन रात्रि 8:30 बजे से प्रारंभ हो जाएगा। पूजन श्रृंगार दर्शन के दर्शन इंटरनेट मीडिया के जरिए देश-विदेश में लोग कर सकेंगे।
11 क्विंटल दूध से सहस्त्रधारा महारूद्राभिषेक
मुक्तेश्वर महाकाल मंदिर में भी भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर के गोपाल पुरोहित ने बताया कि सुबह भगवान की भस्म आरती होगी, शाम को 11 क्विंटल गाय के दूध से भगवान महाकाल का सहस्त्रधारा महारूद्राभिषेक किया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। देर रात तक बाबा महाकाल का श्रृंगार किया जाएगा।
इन मंदिरों में भी होंगे अनुष्ठान
भक्त घरों में भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। शहर के शिवालयों में भी भक्तों की भीड़ दिखेगी। लालघाटी स्थित गुफा मंदिर, नेवरी मंदिर में भी भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से उमड़ेगी। श्रद्धालु रुद्राभिषेक के साथ बाबा भोलेनाथ को धतूरा, बेल-पत्र, दूध चढ़ाएंगे। इसके अलावा कोलार के मां पहाड़ा वाली देवी मंदिर में विराजे शिवजी की पूजा-अर्चना की जाएगी।
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