हरियाणा में फिर से तनाव का माहौल बनने की संभावना दिख रही है। हरियाणा के पलवल में रविवार, 13 अगस्त को नूंह हिंसा को लेकर हिंदू महापंचायत हुई। इस महापंचायत में विश्व हिंदू परिषद की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है। ये यात्रा 28 अगस्त को शुरु की जाएगी, लेकिन इसकी तिथि में पदलाव हो सकता है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने कहा कि जब वे सरकार से यात्रा की अनुमति मांगेंगे, तब हम उचित कदम उठाएंगे।
महापंचायत में फैसला
महापंचायत में मांग की गई कि नूंह हिंसा की जांच, एनआईए (NIA) से कराई जाए। साथ ही दंगों में जो लोग मारे गए उनके परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। घायलों के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की गई। इसके अलावा दंगों में जिसकी दुकान और अन्य नुकसान हुए हैं, उसका आकलन वो शख्स खुद करे और सरकार उसे मुआवजा दे। साथ ही रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों को बाहर निकालने की भी मांग रखी गई।
सर्व हिन्दू समाज की महापंचायत
नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद पलवल में सर्व हिंदू समाज की तरफ से महापंचायत आयोजित किया गया था। महापंचायत को लेकर प्रशासन ने लोगों से अपील की थी कि वो पंचायत में किसी भी तरह की आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल ना करें और ना ही अपने साथ हथियार ना लाएं। इस ‘सर्व जातीय महापंचायत’ में पलवल, गुरुग्राम और आसपास के अन्य स्थानों के लोग शामिल हुए। पहले यह महापंचायत नूंह जिले के किरा गांव में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसमें विश्व हिंदू परिषद समेत कई हिंदू संगठनों ने हिस्सा लिया।
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