देश की राजधानी दिल्ली में अपराध की एक ऐसी वारदात सामने आई है, जिसमें यह कहना मुश्किल है कि अपराधी सीरियल रॉबर है या सीरियल किलर, ऐसा इसलिए कह रहा हैं क्योंकि महज 10 मिनट के अंदर 3 लुटेरों ने 3 बुजुर्गों के साथ 3 अलग अलग वारदात को अंजाम दिया, जिसमें एक बुजुर्ग की हत्या और बाकी दो बुजुर्गो के साथ लूट और उनके ऊपर भी चाकू से हमला किया गया, लेकिन उनकी जान बच गई, यह घटना तड़के सुबह लगभग 5:00 के सागरपुर इलाके की है, पुलिस ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें से एक आरोपी के खिलाफ पहले से ही 42 मामले हैं और वह इलाके का शातिर अपराधी है, हैरान करने वाली बात ये है कि दिल्ली में एक ऐसा अपराध हुआ, जहां अपराधी ने एक बुजुर्ग के शरीर पर चाकू से इतनी बार वार किए जब तक उसका दम ना निकल जाए, यह हत्या महज ₹500 या फिर सोने के गहने लूटने के लिए किया गया, अब सवाल ये है कि क्या दिल्ली में बुजुर्गों को बनाया जा रहा है निशाना, जो अपराधी पहले अपराध करने के लिए रात का वक्त चुनते थे, आखिर वह क्यों तड़के सुबह जब लोग टहलने निकलते हैं उस समय बुजुर्गों को निशाना बना रहे हैं, यह घटना 7 अगस्त तड़के सुबह लगभग 5:00 बजे की है, जिसमें महज 10 मिनट के अंदर एक बाइक पर तीन अपराधी ने तीन अलग-अलग जगह वारदात की है, इस दौरान एक बुजुर्ग के शरीर पर इतनी बार चाकू से वार किया जब तक उसकी मौत ना हो जाए, वहीं, अन्य दो वारदात में भी अपराधियों ने लूटपाट के बाद चाकू से हमला किया लेकिन गनीमत रही कि बाकी दो बुजुर्ग को डॉक्टर बचाने में सफल रहे, साउथ वेस्ट जिले के सागरपुर इलाके में तड़के सुबह 5:17 पर पुलिस को एक कॉल मिली, जिसमें एक बुजुर्ग के साथ रॉबरी की घटना के बारे में बताया गया, पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पता लगा एक बाइक पर घूम रहे तीन अपराधियों ने 5 से 10 मिनट पहले अन्य दो बुजुर्गों को भी अपना निशाना बनाया है, इन 3 घटनाओं में मोहनलाल छाबरा ,जिनकी उम्र 74 साल है, अपराधियों ने इनके शरीर पर तब तक वार किया था जब तक उनकी मौत न हो जाए, पुलिस जब उन्हें हॉस्पिटल लेकर गई तो डॉक्टरों ने उन्हें डेड घोषित कर दिया, बाकी दो अन्य बुजुर्ग अशोक जिनकी उम्र 54 साल है, और ओम दत्त सिंह उनकी उम्र 70 साल से ज्यादा थी, देश की राजधानी दिल्ली में बदमाशों द्वारा किए गए अपराध का यह ट्रेंड थोड़ा अलग है, चंद मिनटों में सिर्फ बुजुर्गों के साथ पहले चाकू से हमला उसके बाद उनके साथ लूटपाट दिल्ली पुलिस के लिए यह वारदात हैरान करने वाले थे, दिल्ली पुलिस के गिरफ्त में यह तीनों अपराधी अपराधी नंबर 1 – “अक्षय कुमार” इसका नाम भले हीरो वाला हो लेकिन इसका काम एक खतरनाक विलेन जैसा है. क्योंकि इस वारदात से पहले इसके खिलाफ कुल 42 मामले हैं, और यह पालम इलाके का बीसी है. आरोपी नंबर 2 – सोनू उर्फ फुस्सी, अपराधी नंबर 3- वैभव श्रीवास्तव,, इन तीनों हीं अपराधियों के सर पर न जाने किस बात का खून सवार था यह ना जाने किस तैयारी में इस पल्सर बाइक से निकले थे, जिस भी बुजुर्ग को इन्होंने रोका उन पर पहले चाकू से हमला किया, उसके बाद उनके पास जो भी मिला उनसे लूट लिया, चंद मिनटों में लूट और हत्या के इस वारदात ने पूरे साउथवेस्ट डिस्ट्रिक्ट को हिला के रख दिया, इस घटना के बाद डिस्ट्रिक्ट पुलिस की टीम तुरंत हरकत में आई और एलर्ट हो गई और अपने अपने स्तर पर काम करना शुरू कर दिया कुछ टीमे सर्विलांस पर लग गई तो कुछ टीम लोकल इंटेलिजेंस पर काम करने लगे आखिर में घटना के कुछ घंटे बाद है, लोकल इंटेलिजेंस के द्वारा अक्षय के बारे में दिल्ली पुलिस को पता लगा, बिना किसी देरी के दिल्ली पुलिस ने सबसे पहले अपराधी अक्षय को पकड़ा, उसके बाद थोड़ी सी सख्ती से पूछताछ करने के बाद अक्षय ने ना सिर्फ इस पूरी वारदात को कन्फर्म किया, बल्कि अपने बाकी दोनों साथियों के बारे में भी बताया, दिल्ली पुलिस की टीम ने वारदात के 10 घंटे के अंदर तीनों अपराधियों को हिरासत में ले लिया, वारदात में हमला किए गए हथियार के साथ-साथ लूटे गए चीजों को भी पुलिस ने रिकवर कर लिया, अब पुलिस के पास सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर में इन अपराधियों के सर पर यह कैसी समझ थी कि किसी बुजुर्ग को इतनी देर तक चाकू मारा जब तक उसकी मौत ना हो जाए, आखिर इन अपराधियों का यह कैसा ट्रेंड है कि वह किसी भी बुजुर्ग को पहले चाकू मारते हैं, उसके बाद उनके साथ लूटपाट करते हैं, पुलिस अब इन अपराधियों का मेडिकल भी करा रही है ताकि पता लग सके कि अपराध करते वक्त इन लोगों ने किसी तरह का नशा तो नहीं किया था, इस पूरे वारदात को दिल्ली पुलिस ने भले ही 10 घंटे में सुलझा दिया हो, लेकिन पुलिस के सामने यह घटना एक बड़ी चुनौती लेकर आई है, तड़के सुबह बुजुर्ग और महिलाएं बच्चे टहलने के लिए अपने घरों से निकलते है, उस वक्त सड़कें अमूमन सुनसान रहती है, ऐसे वक्त में ऐसे लुटेरे या यूं कहें कि ऐसे हत्यारे अगर सड़क पर शिकार करने के लिए निकलेंगे तो इनके सुरक्षा की जिम्मेदारी जाहिर है दिल्ली पुलिस के कंधे पर ही हैं, लेकिन आने वाले दिनों में ऐसी घटना न हो इसके लिए दिल्ली पुलिस क्या कर रही है यह आने वाला वक्त बताएगा।