सलामतपुर। केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मुश्काबाद गांव में रह रहे लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। यहां पिछले दस से पंद्रह वर्षों से अत्यंत गरीब परिवार के लोग अपने घर के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें आज तक पक्का घर नहीं मिल पाया है।
छप्पर के नीचे रहने को मजबूर ग्रामीण
सांची ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुश्काबाद में अभी तक बहुत से पात्रों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। यहां के लोग छप्पर के नीचे या फिर पन्नी डालकर रहने को मजबूर हैं। किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि इसके लिए कई बार ग्राम पंचायत में अपील की गई है, लेकिन अभी तक आवास नहीं मिला है।
पंचायत से मिला सिर्फ आश्वासन
ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में मात्र तीन पीएम आवास योजना के तहत स्वीकृत हुए हैं। इसके अलावा किसी को भी पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। हमारे गांव में कुटीर योजना का किसी को भी लाभ नहीं मिला है। बारिश के चलते कच्चे घरों में पन्नी चढ़ाकर रहना पड़ रहा है। घर में पानी टपक रहा है। कई बार इस समस्या को लेकर पंचायत में शिकायत भी की है। लेकिन उन्हे सिर्फ आश्वासन दिया जाता है।
गांव में 10 से 12 घर हैं किसी को भी पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। हम 15 सालों से कुटीर मिलने का इंतजार कर रहे हैं। ना तो गांव में पक्का रास्ता है और ना ही पीने के पानी की कोई सही व्यवस्था है। इन समस्याओं के चलते रहवासियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। –नसीम खान, स्थानीय रहवासी।
गांव में कच्ची टपरिया बना कर रहना पड़ रहा है। बारिश का मौसम होने के कारण पन्नी चढ़ाई है। लेकिन उसके बाद भी घर के अंदर पानी टपक रहा है। बच्चों के साथ काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर कभी भी कोई अधिकारी या जिम्मेदार लोग आते ही नहीं है कि हमारी समस्याओं का समाधान हो सके। जल्दी हमारी समस्याओं का समाधान किया जाए। -असमा बी, स्थानीय रहवासी।
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