भोपाल। मुख्यमंत्री जनसेवा मित्रों से संवाद करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूछा कि मामा से कोई परेशानी तो नहीं है, मामा के साथ काम करके मजा आया। बोले- मुझे भी बहुत मजा आया। सचमुच मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं। आइ लव यू। कार्यक्रम लाल परेड मैदान में आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 अगस्त को ‘मुख्यमंत्री सीखो और कमाओ’ योजना लोकार्पित करूंगा। इसमें बैंक कर्ज देगा और गारंटी एवं अनुदान मामा देगा। यह दुनिया की सबसे बड़ी इंटर्नशिप योजना है। अपनी अगली सरकार में भी जनसेवा मित्र योजना चलाऊंगा। इसकी जरूरत तो हमेशा पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने जनसेवा मित्र और उनके अभिभावकों से भी संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छह माह पहले नियुक्त जनसेवा मित्रों ने अच्छा काम किया। नए साथी भी अच्छे से काम करेंगे। स्वामी विवेकानंद ने कहा था तुम अनंत शक्तियों के भंडार हो, खुद को कमजोर मत समझना। आप दुनिया का हर काम कर सकते हैं, बोलो करोगे। यह संदेश देने आया हूं कि तुम्हें मप्र के प्रगति में सहभागी बनकर इतिहास रचना है।
उन्होंने पूछा कि योग कौन-कौन करते हैं, जो नहीं करते, उन्हें कोशिश करनी चाहिए। हमें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना है। हम व्यावहारिक रूप से सीखने के हिसाब से काम करें, ताकि यह ज्ञान जीवनभर काम आए। प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत लोकतंत्र की जननी है।
मुख्यमंत्री ने पांव में चक्कर, मुंह में शक्कर, सीने में आग, माथे पर बर्फ कहावत का अर्थ समझाते हुए कहा कि गांवों में खूब घूमो, हितग्राहियों से प्यार से बात करो, उनसे आपसी रिश्ते बनाओ। ऐसे ही दिल में काम की तड़प होनी चाहिए, मैं 18 घंटे काम करता हूं। दिमाग ठंडा होना चाहिए। काम करते समय अच्छे और खराब अनुभव मिलेंगे। अपना काम गरीबों की सेवा, भगवान की पूजा मानकर करेंगे, तो आनंद आएगा।
मुख्यमंत्री ने मप्र की कहानी सुनाते हुए कहा कि जब आप छोटे थे, तब मप्र में सड़क नहीं थी। दिग्विजय सिंह का राज था। बिजली तीन-चार घंटे आती थी। लालटेन की रोशनी में बच्चे परीक्षा की तैयारी करते थे। पीने और सिंचाई के पानी की व्यवस्था नहीं थी। तुम तो मामा के राज में पैदा हुए हो, तुमने यह सब नहीं देखा है। आज पांच लाख 11 हजार किमी शानदान सड़कें हैं। सात से बढ़ाकर 47 लाख हेक्टेयर की सिंचाई क्षमता हो गई है। प्रदेश का बजट 21 हजार करोड़ से बढ़कर तीन लाख 14 हजार करोड़ हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी तंत्र अपना काम करता है, जब तक जनता और सरकारी तंत्र के बीच पुल नहीं बनता, तब तक काम ठीक से नहीं होता। लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहना योजना की कहानी सुनाते हुए कहा कि कोख को कत्लखाना बना दिया था। आपको योजनाओं को ढंग से लागू करने में मदद करनी है। लोगों की कठिनाई समझकर हल करने का नाम सीएम जनसेवा मित्र है। तुम बताओ की योजना में यह कमी है। उसे दूर करेंगे। तुम ठीक से अपना काम करो और भविष्य की जवाबदारी मामा पर छोड़ दो। तुम लोगों की जिंदगी बेहतर बनाओ, तुम्हारी जिंदगी मामा बेहतर बनाएगा। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष डा सचिन चतुर्वेदी उपस्थित थे।
योजना के प्रचार-प्रसार का माध्यम हैं जनसेवा मित्र
मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार-प्रचार का माध्यम हैं। इनकी नियुक्ति छह माह पहले की गई थी। ये जनता के बीच जाते हैं और योजनाओं का लाभ लेने में उनकी सहायता करते हैं। लाड़ली बहना योजना के आवेदन भरवाने सहित ई-केवायसी कराने में इन्होंने अच्छा काम किया है। इसके बदले उन्हें मानदेय दिया जा रहा है।
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