Congress Chintan Shivir: कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ से पहले पार्टी के संगठनात्मक मामलों से संबंधित कार्य समूह ने सुझाव दिया है कि अधिकतम पांच साल के कार्यकाल के बाद अखिल भारतीय और राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों को आराम दिया जाना चाहिये.
नई दिल्ली. राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के विचार-मंथन सत्र में शर्त के साथ एक परिवार-एक-टिकट नियम फिर से चर्चा का विषय बन सकता है. दरअसल, पार्टी अपने चुनावी भाग्य को पुनर्जीवित करने के लिए रणनीति बनाने के मकसद से सप्ताह के आखिर में बैठक करने वाली है. पार्टी के एक नेता ने कहा कि शुक्रवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ से पहले सोमवार को दिल्ली में सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में जिन प्रस्तावों पर चर्चा की गई थी, उनमें से एक यह विवादास्पद नियम भी था. एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से यह बताया.
इसके अलावा कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ से पहले पार्टी के संगठनात्मक मामलों से संबंधित कार्य समूह ने सुझाव दिया है कि अधिकतम पांच साल के कार्यकाल के बाद अखिल भारतीय और राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों को आराम दिया जाना चाहिये. मुकुल वासनिक की अध्यक्षता वाले कार्यकारी समूह ने ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के फार्मूले को अपनाने सहित संगठन में बदलाव के लिए कई सिफारिशें की हैं. कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने सोमवार को अपनी बैठक में सिफारिशों पर चर्चा की. इन सिफारिशों पर पार्टी के नेता 13 से 15 मई तक राजस्थान के उदयपुर में होने वाले ‘चिंतन शिविर’ में विचार करेंगे और अंतिम फैसला लेंगे.
(इनपुट भाषा से भी)