गौरेला पेंड्रा मरवाही: बचरवार गांव के ग्रामीणों ने देररात पेंड्रा थाने का घेराव कर दिया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के रहने वाले व्यक्ति ने आदिवासी सरपंच के बेटे की बेवजह पिटाई की और गालीगलौज भी की.
ग्रामीणों और समाज के लोगों ने किया थाने का घेराव: पूरा मामला पेंड्रा थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बचरवार गांव का है. सरपंच पुत्र के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में ग्रामीण बीती रात थाने पहुंचे और आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव कर दिया.
सरपंच पुत्र का आरोप: सरपंच के बेटे बृजमोहन कंवर ने घटना की जानकारी देते हुए बताया- “शाम को लगभग 8 बजे मैं गांव में आयोजित तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नारियल खरीद रहा था. इसी दौरान गांव के बद्रीप्रसाद राठौर ने फोन किया और गांव में मुरुम का काम कराने को लेकर धमकी दी. फोन करने के तुरंत बाद बद्रीप्रसाद किराने की दुकान के पास पहुंच गया. मुझे सिर में दो से तीन बार मुक्का मारा और जातिसूचक गाली–गलौज करने लगा.” पीड़ित ने जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया.
शासन प्रशासन के होते हुए इस तरह मारपीट होती रहेगी तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे -बृजमोहन कंवर, पीड़ित सरपंच पुत्र
आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग: घटना की खबर गांव में फैलते ही गांव के ग्रामीण और आदिवासी समाज में जबरदस्त नाराजगी फैल गई. बड़ी संख्या में समाज के लोग एकजुट होकर पेंड्रा थाना पहुंचे और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे. ग्रामीणों और आदिवासी नेता ने ये भी कहा कि मामले में अगर कार्रवाई नहीं होती है तो बड़ा आंदोलन भी किया जाएगा.
एक तरफ हम बिरसामुंडा की 150वीं जयंती मना रहे हैं और दूसरी तरफ आदिवासी भाइयों से मारपीट, गुंडागर्दी होगी तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे -लाल चंद भरिया, आदिवासी नेता
एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज: तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन समाज के लोग आरोपी पर तुरंत एफआईआर दर्ज करने पर अड़े रहे. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने प्राथमिकता के आधार पर जांच की और देर रात ही बद्रीप्रसाद राठौर के खिलाफ SC/ST एक्ट सहित भारतीय न्याय संहिता की धारा 296, 115(2),351(3),3(1),3(1)(E), धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चन्देल का कहना है कि पीड़ित की शिकायत और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया है. आगे जांच के बाद विधिवत कार्यवाही की जाएगी. आरोपी पर एफआईआर के बाद बचरवार गांव के लोगों का गुस्सा शांत हुआ और भीड़ धीरे-धीरे थाने से वापस लौटी.