Fixed Deposit kya Hai: आज के समय आम लोग इंटरनेट गूगल और यूट्यूब के चलते पैसे को लेकर पहले की तुलना में अधिक सचेतन हो चुके है, फिरभी देश की बड़े तबके को आज भी पता नहीं है कि पैसों को कैसे सही से उपयोग किया जाता है और ज्यादा ब्याज दर कमाया जाता है जो बिल्कुल सुरक्षित और गारंटीड हो।
एक सर्वे के मुताबिक देश की ज्यादातर लोग आज भी अपना पैसा सेविंग्स अकॉउंट में सड़ने के लिए छोड़ देते है। मेरा ऐसा कहने से बहुत से लोगो को बुरा लग रहा होगा परंतु यही सच है।
क्योंकि, सिंपल सेविंग्स अकॉउंट में बहुत ही कम ब्याज दर मिलते है जो लगभग 2.7 – 3 प्रतिशत के आसपास है। परंतु अगर कोई उसी पैसे को उसी बैंक में FD (fixed Deposit) कर देते है तो इससे कहीं ज्यादा ब्याज दर प्राप्त करेगा, जो 5.5 – 9.54 प्रतिशत तक है।
लेकिन दुःख की बात यह है कि सभी लोगों को Fixed Deposit (FD kya Hai) के बारे में पता नहीं होते। यदि आप उनमें से कोई है जिन्हें पता नहीं Fixed Deposit kya hota hai, फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट कहां खोलते है, फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए मिनिमम अमाउंट कितना लगेगा, इत्यादि, तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़े।
यहां हमने Fixed Deposit के बारे में बारीकियों से बताये है। इसलिए फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने से पहले एक बार इस आर्टिकल को आखिरी तक पढ़े और फिक्स्ड डिपॉजिट का फायदा उठाये।
Fixed Deposit kya Hai
जब कोई व्यक्ति निश्चित धन राशि पर निश्चित ब्याज दर प्राप्त करने हेतु निश्चित समय के लिए किसी बैंक, पोस्ट ऑफिस या किसी एनबीएफसी में जमा करते है तब उसे फिक्स्ड डिपॉजिट कहते।
फिक्स्ड डिपॉजिट में नार्मल सेविंग्स अकॉउंट से अधिक ब्याज दर मिलते है जो लगभग 5.5 प्रतिशत से 9.54 प्रतिशत है, ब्याज दर बैंक और दूसरे एनबीएफसी के हिसाब से भिन्न-भिन्न होते है।
आमतौर पर किसी भी बैंक से अधिक एनबीएफसी में ब्याज मिलते है लेकिन वहां FD account बनाने से पहले उसके विश्वसनीयता और लोकप्रियता का जायजा एक बार कर लिनी चाहिए।
चेक करने के लिए ICRA और CRISIL द्वारा दी गई फिक्स्ड डिपॉजिट की सेफ्टी रेटिंग चेक कर सकते है जो ऋणदाता की विश्वसनीयता की समीक्षा करके बनाई जाती है। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि कौन सी एनबीएफसी में एफडी अकॉउंट बनाना सुरक्षित और भरोसेमंद रहेगा।
Types of Fixed Deposits (फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट के प्रकार)
बैंक, पोस्ट ऑफिस और एनबीएफसी द्वारा कई तरह के फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट प्रदान की जाती है जिसके बारे में आगे बताया गया है।
• नार्मल फिक्स्ड डिपॉजिट: ऐसे फिक्स्ड डिपॉजिट कोई भी खोल सकता है जिसके अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक हो सकता है। इंसमे नार्मल सेविंग्स अकॉउंट से ज्यादा ब्याज दर मिलते है जो 5.5 प्रतिशत से 9.54 प्रतिशत हो सकता है।
• टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट: एक कैलेंडर वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की मूल जमा राशि पर कर छूट मिलती है। ऐसे फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट में लम्प सम निवेश किया जाता है, इसका लॉक-इन पीरियड 5 साल है।
इस समयावधि के अंदर इस अकॉउंट को तोड़ा नहीं जाता, परंतु कुछ शर्तों के आधार पर इस अकॉउंट से पैसे निकाली जाती है।
• सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपॉजिट: 60 साल से अधिक व्यक्तियों के लिए इस तरह के फिक्स्ड डिपॉजिट है। इसमें नार्मल फिक्स्ड डिपॉजिट में प्राप्त ब्याज दर से अधिक 0.25 से 0.50 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान की जाती है।
• संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट (Cumulative fixed Deposit): ब्याज हर तिमाही या साल में चक्रवृद्धि होता है और परिपक्वता के समय भुगतान किया जाता है। ऐसे फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट आपके बचत को काफी तेजी से बढ़ने में मदत करती है।
• गैर-संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट (Non-cumulative fixed Deposit): ब्याज का भुगतान आपकी पसंद के अनुसार मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक रूप से किया जाता है। ऐसे फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट उन लोगों के लिए है जो पेंशन की ओर देख रही है या फिर अपनी वचत से रेगुलर इनकम चाहते है।
• फ्लेक्सी फिक्स्ड डिपॉजिट: इस तरह के फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट, लिक्विडिटी और ज्यादा रिटर्न प्राप्त करने की मंशा से खोली जाती है।
Fixed Deposit ke liye Documents
फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट बनाने के लिए ग्राहकों के पास कुछ दस्तावेज होनी चाहिए जो आगे बताया गया है।
• पहचान पत्र: पहचान पत्र के टूट पर वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड, राशन कार्ड, इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते है।
• एड्रेस प्रूफ: एड्रेस प्रूफ के रूप में वोटर आईडी, आधार कार्ड, बिजली बिल के रसीद, टेलीफोन बिल पेपर, बैंक स्टेटमेंट, पोस्ट ऑफिस द्वारा दी गई आइडेंटिफिकेशन कार्ड, इत्यादि।
• मोबाइल नंबर: ग्राहक के किसी वैध मोबाइल नंबर जो अभी सक्रिय है।
• ईमेल आईडी: अगर कोई ईमेल आईडी है तो जोड़ सकते है नहीं है तो भी चलेगा।
Fixed Deposit कौन कर सकता है
फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट कौन खोल सकते है उसके पात्रता के बारे में हमने यहां चर्चा की है:
• कोई भी भारतीय नागरिक• सीनियर सिटीजन• नाबालिगों• प्रवासी भारतीय (NRI)• पार्टनरशिप फर्म• सोसाइटी और क्लब• एकल स्वामित्व• कंपनी
Fixed Deposit के फायदे
एफडी के कई तरह के फायदे है जो यहां बताया गया है:
• आप अपने वचत से आपके जरूरत के हिसाब से मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक आधार पर ब्याज प्राप्त कर सकते है।
• आप अपने वचत के 90 प्रतिशत राशि लोन के तौर पर ले सकते है जिसमे बहुत ही कम ब्याज देना होता।
• फिक्स्ड डिपॉजिट में रिस्क बहुत कम, न बराबर है। मार्केट रिस्क से इंसमे प्राप्त रिटर्न में कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
• किसी आपात स्थिति में आसानी से फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट को थोड़ा जा सकता है और इससे राशि निकाली जा सकती है।
• टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने पर एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख तक कि टैक्स छूट मिलती है।
• सीनियर सिटीजन के फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट पर ज्यादा ब्याज प्रदान की जाती है नार्मल फिक्स्ड डिपॉजिट के तुलना में।
फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज
फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें अलग अलग बैंक, एनबीएफसी में अलग होता है। ज्यादातर मामले में एनबीएफसी पर ज्यादा ब्याज दर मिलते है परंतु इंसमे निवेश करने से पहले ICRA और CRISIL द्वारा दी गई इसके लोकप्रियता और विश्वसनीयता रेटिंग चेक कर लेनी चाहिए।
बैंक के नामनार्मल सिटीजनसीनियर सिटीजनSBI FD Rate2.90% – 5.50%3.40% – 6.40%HDfC FD Rate2.50% – 5.60%3% – 6.35%ICICI FD Rate2.50% – 5.45%3% – 5.95%Axis Bank fD Rate2.50% – 5.75%2.50% – 6.50%PNB FD Rate2.90% – 5.25%3.50% – 5.75%Canara Bank FD Rate2.90% – 5.502.90% – 6%BOB Fd Rate2.80% – 5.25%3.30% – 6.25%BOI FD Rate2.85% – 5.05%3.35% – 5.55%Indian Bank2.90% – 5.15%3.40% – 5.65%UCO Bank FD Rate2.55% – 5.30%2.80% – 5.80FD kaise kare
किसी भी बैंक, पोस्ट ऑफिस या किसी एनबीएफसी में एफडी अकॉउंट बनाया जा सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट बनाने का दो माध्यम उपलब्ध है, ऑफलाइन और ऑनलाइन।
• ऑफलाइन एफडी कैसे करे: ऑफलाइन एफडी अकॉउंट बनाने के लिए जिस बैंक में आपके खाते है उस ब्रांच में जाये और एफडी बनाने का फॉर्म भरिये। उसके बाद कितने परिमाण राशि का फिक्स्ड डिपॉजिट करेंगे यह निर्धारित करें एबं फॉर्म सबमिट करें। इससे आपके फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट चालू हो जाएगा।
यदि आप दूसरे किसी बैंक/पोस्ट ऑफिस/एनबीएफसी में एफडी अकॉउंट बनाना चाहते है तो उसके किसी ब्रांच में जाना होगा और अपना पहचान पत्र, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ, मोबाइल नंबर बगैरह देकर एफडी अकॉउंट बनाना होगा।
ध्यान रहे, आप सेविंग्स अकॉउंट के बिना भी फिक्स्ड डिपॉजिट अकॉउंट बना सकते है, यानी एफडी करने के लिए पहले से सेविंग्स अकॉउंट होने की जरूरत नहीं, आप सिर्फ एफडी अकॉउंट बना सकते है।
• ऑनलाइन एफडी कैसे करे: ऑनलाइन एफडी करना काफी आसान है, इसे घर बैठे किया जा सकता है, परंतु इसके लिए पहले से सेविंग्स अकॉउंट होना आवश्यक है और उस अकॉउंट पर इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा पहले से एक्टिव होनी चाहिए।
यहां हमने एसबीआई बैंक में एफडी अकॉउंट बनाने का प्रॉसेस बताये है:
सबसे पहले आप अपने एसबीआई बैंक के इंटरनेट बैंकिंग के यूजरनाम, पासवर्ड डालकर लॉगिन हो जाइये इसके बाद Investment/Deposit वाले ऑप्शन सेक्शन में जाइये, वहां पर Fixed Deposit (FD) का ऑप्शन मिल जाएगा, उस पर क्लिक कर देना है।
अब एफडी करने का पेज खुल जायेगा, यहां सबसे पहले आपका मोबाइल नंबर वेरीफाई करना है। कुछ बैंक में खाते के साथ जुड़े मोबाइल नंबर पर ऑटोमेटिक ओटीपी आ जाता है, उस ओटीपी को डालकर वेरीफाई कर लेनी है।
यदि आपके बैंक में यह प्रॉसेस ऑटोमेटिक नहीं होता तो आपके मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन करने के लिए खाते के साथ जुड़े मोबाइल नंबर दर्ज करके ओटीपी प्राप्त करना है और वेरीफाई कर लेनी है।
अब ग्राहक का जन्म तिथि डाल देना है और एफडी की टाइप सेक्लेक्ट करके एफडी करने वाले राशि भी फिक्स कर लेना है। अब आपके सेविंग्स अकॉउंट से उतना राशि काट जाएगा जितने की आप एफडी करवाये है।
निष्कर्ष: इस पोस्ट में Fixed Deposit के बारे में बारीकियों से चर्चा की है। हम आशा करते है कि आपको समझ आ गया होगा fd kya hai, एफडी के फायदे, फिक्स्ड डिपॉजिट कौन कर सकता है, फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज दर, इत्यादि।
यदि आपका कोई भी सवाल है Fixed deposit kya hota hai से संबंधित तो हमारे कमेंट सेक्शन में पूछिये हम आपके सहायता के लिए हमेशा हाजिर रहेंगे।
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